रूपा के है आशिक़ हज़ार
सभ करते है उससे इतना प्यार
मिलने को बहाना ढूँढ़ते है बार बार
अटेंशन के लिए है सभ बेकरार
एक इशारे के लिए इंतज़ार कर रहे है एक दम तैयार
रात को चमकते है एक दम सही
दाग है पर बदसूरत नहीं
कोई भी तुम्हे नज़र न लगाए
कोशिश रहे न किसी तुम्हें अपना बनाए
तुम्हारी खूबसूरती हर तरफ छान जाए
रुकी अफसर में भी फिर से जान आये
सभ करते है उससे इतना प्यार
मिलने को बहाना ढूँढ़ते है बार बार
अटेंशन के लिए है सभ बेकरार
एक इशारे के लिए इंतज़ार कर रहे है एक दम तैयार
रात को चमकते है एक दम सही
दाग है पर बदसूरत नहीं
कोई भी तुम्हे नज़र न लगाए
कोशिश रहे न किसी तुम्हें अपना बनाए
तुम्हारी खूबसूरती हर तरफ छान जाए
रुकी अफसर में भी फिर से जान आये